*प्रशासन उपलब्ध कराएगा नमाज के फुटेज, पत्रकार रहेंगे मुगलपुरा थाने पर* मुरादाबाद। भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग करने के लिए बीते जुमे को प्रदर्शन करने की कुछ बड़े न्यूज चैनल्स द्वारा गलत खबरें चलाने के कारण गुरुवार को पत्रकारों को फजीहत का सामना करना पड़ा। फिर यह हुआ है कि प्रशासन ने शांति व्यवस्था, जिम्मेदारी, सामाजिक कर्तव्यों का हवाला देकर आने वाले जुमे को मीडिया कर्मियों को कवरेज के लिए जामा मस्जिद चौराहे तक नहीं जाने पर राजी कर लिया है। इसके लिए सूचना विभाग को नमाज और मस्जिद से निकलते नमाजियों की वीडियो व फोटो उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है। इस बीच पत्रकार मुगलपुरा थाने पर रहेंगे और अगर कोई घटना होती है तो पत्रकार कवरेज के लिए जा सकता है। *गैरजिम्मेदार रिपोर्टिंग पर नाराजगी जताई अफसरों ने* कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार शाम एडीएम सिटी आलोक कुमार वर्मा और एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने उप निदेशक सूचना मो. जहांगीर की मौजूदगी में पत्रकारों से वार्ता की। एडीएम सिटी आलोक वर्मा ने कहा कि बीते जुमे को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन निपटने के बावजूद कुछ बड़े चैनलों पर पथराव जैसी खबरें चलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने सीधे किसी का नाम चैनल व पत्रकार का नाम नहीं लिया।

मुरादाबाद से एम सरताज की रिपोर्ट 



*प्रशासन उपलब्ध कराएगा नमाज के फुटेज, पत्रकार रहेंगे मुगलपुरा थाने पर*
मुरादाबाद। भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग करने के लिए बीते जुमे को प्रदर्शन करने की कुछ बड़े न्यूज चैनल्स द्वारा गलत खबरें चलाने के कारण गुरुवार को पत्रकारों को फजीहत का सामना करना पड़ा। फिर यह हुआ है कि प्रशासन ने शांति व्यवस्था, जिम्मेदारी, सामाजिक कर्तव्यों का हवाला देकर आने वाले जुमे को मीडिया कर्मियों को कवरेज के लिए जामा मस्जिद चौराहे तक नहीं जाने पर राजी कर लिया है। इसके लिए सूचना विभाग को नमाज और मस्जिद से निकलते नमाजियों की वीडियो व फोटो उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है। इस बीच पत्रकार मुगलपुरा थाने पर रहेंगे और अगर कोई घटना होती है तो पत्रकार कवरेज के लिए जा सकता है।
*गैरजिम्मेदार रिपोर्टिंग पर नाराजगी जताई अफसरों ने*कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार शाम एडीएम सिटी आलोक कुमार वर्मा और एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने उप निदेशक सूचना मो. जहांगीर की मौजूदगी में पत्रकारों से वार्ता की। एडीएम सिटी आलोक वर्मा ने कहा कि बीते जुमे को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन निपटने के बावजूद कुछ बड़े चैनलों पर पथराव जैसी खबरें चलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने सीधे किसी का नाम चैनल व पत्रकार का नाम नहीं लिया। इसी मुद्दे को केंद्र में रखते हुए उन्होंने पत्रकारों को जिम्मेदारी भरी रिपोर्टिंग करने को जरूर कहा, इसके लिए उन्होंने बीबीसी की कवरेज का हवाला भी दिया। पत्रकारों ने फिर वही पुरानी यूृट्यूब चैनल चलाने वालों और फर्जी पत्रकारों पर अंकुश लगाने की मांग उठाई। एडीएम सिटी और एसपी सिटी ने यूट्यूबरों की सूचना गोपनीय तरीके से उपलब्ध कराने के साथ पत्रकारों से आह्वान किया कि वह स्वयं ऐसे लोगों पर रोक लगाने को आगे आएं।
*पत्रकारों ने उठाया यूट्यूबर व फर्जी पत्रकारों का मुद्दा*एसपी सिटी अखिलेश भदोरिया ने कहा कि बड़े संस्थानों से जुड़े लोगों की जिम्मेदारी अधिक है। संस्थान की अपनी साख और पहचान है जिसे बनाने में वर्षों लगे हैं। उनकी गलत रिपोर्टिंग से जनता का विश्वास कम होता है। उन्होंने कहा कि पिछले जुमे को देखा गया कि मीडिया का कैमरा देख कर लोग नारेबाजी करने लगते थे। कई जगह मीडिया कर्मी भी नारे लगाने के लिए उकसाते हुए दिखाई दिए हैं। इसलिए पत्रकार ही कवरेज का बेहतर तरीका बताएं, जिससे शांति बनी रहे और कवरेज भी हो जाए। पत्रकारों की तरफ से तमाम विचार आए और फिर तय हुआ कि प्रशासन ही वीडियो व फोटो उलपब्ध करा देगा जिसे सभी पत्रकार अपने समाचार का हिस्सा बना सकेंगे। नमाज के दौरान सभी पत्रकार मुगलपुरा थाने पर रहेंगे। अफसरों ने उप निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को यह जिम्मेदारी दी है।

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