पेमेन्ट एप में बग का पता लगाने पर एन आई टी श्रीनगर के छात्र तबरेज़ आलम को मिला 1 लाख रुपये का पुरस्कार " गुलज़िदा ख़ान नेशनल इंस्टीटयूट आफ टेकनोलॉजी (एन आई टी) श्रीनगर में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के छठे सेमेस्टर के छात्र को डिजिटल भुगतान एप्लिकेशन में बग का पता लगाने के लिए एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशंसा प्रमाण पत्र मिला। आई टी छात्र तबरेज़ आलम ने मोबिक्विक एप में बग का पता लगाया था,जिसके लिए उन्हें रिस्पान्सिबल डिस्क्लोजर प्रोग्राम (आर डी पी) के तहत कम्पनी द्वारा प्रशंसा प्रमाण पत्र के साथ नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ढाका प्रखंड के राम जी दूबे टोला गावं, चंपारण बिहार के रहने वाले तबरेज़ ने इस साल 3 माह की रिसर्च के बाद 16 मार्च को दावा किया था कि मोबिक्विक को आनलाईन शॉपिगं वेबसाइटस् से भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है। फिर उन्होंने कम्पनी के अधिकारियों से सम्पर्क किया और उचित सत्यापन के बाद उन्हें कम्पनी के सी ई ओ से सराहना मिली। निदेशक एन आर टी श्रीनगर प्रो. (डा.) राकेश सहगल ने कहा कि छात्र ने विभिन्न ई कॉमर्स प्लेटफार्मो के माध्यम से कम्पनी को आगे वित्तीय नुकसान से बचाने में मदद की है। उन्होंने इसे संस्था के लिए गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि यहां प्रतिभा कि कोई कमी नहीं है ।लेकिन छात्रों को अपने उच्च अध्ययन में पोषण और उत्कृष्टता प्राप्त करने तथा आगे बढ़ने के लिए जीवंत मंच की आवश्यकता है। प्रो. सहगल ने भी तबरेज़ को पढाई में कड़ी मेहनत करने और भविष्य में एन आई टी श्रीनगर को देश में और अधिक गौरवान्वित करने के लिए प्रोत्साहित किया। संस्था के रजिस्ट्रार प्रो. सैयद कैसर बुख़ारी ने बग का पता लगाने में तबरेज़ के प्रयासों की सराहना की और उनसे आई टी क्षेत्र में तेज़ी लाने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि परिसर में छात्रों का समर्थन करने के लिए हमने अनुसंधान की अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की हैं, और हम भविष्य में अपनी गतिविधियों का विस्तार करना जारी रखेंगे। हम हमेशा अपने छात्रों के लिए खड़े रहेंगे। अपने संदेश में तबरेज़ ने निदेशक एन आई टी श्रीनगर, रजिस्ट्रार और संकाय सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने पूरी प्रक्रिया के दौरान उनका समर्थन किया। तबरेज़ ने आगे कहा कि मैं ख़ासकर अपने माता पिता भी शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने मेरे लिए प्रार्थना की और मेरा समर्थन किया। बग की पहचान के बाद तबरेज़ ने मोबिक्विक कम्पनी को इसके बारे में सूचित किया। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बग था। क्योंकि इससे कम्पनी को करोड़ो का वित्तीय नुकसान हो सकता था।


 "पेमेन्ट एप में बग का पता लगाने पर एन आई टी श्रीनगर के छात्र तबरेज़ आलम को मिला 1 लाख रुपये का पुरस्कार "   गुलज़िदा ख़ान 

नेशनल इंस्टीटयूट आफ टेकनोलॉजी (एन आई टी) श्रीनगर में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के छठे सेमेस्टर के छात्र को डिजिटल भुगतान एप्लिकेशन में बग का पता लगाने के लिए एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशंसा प्रमाण पत्र मिला। 

आई टी छात्र तबरेज़ आलम ने मोबिक्विक एप में बग का पता लगाया था,जिसके लिए उन्हें रिस्पान्सिबल डिस्क्लोजर प्रोग्राम (आर डी पी) के तहत कम्पनी द्वारा प्रशंसा प्रमाण पत्र के साथ नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 

ढाका प्रखंड के राम जी दूबे टोला गावं, चंपारण बिहार के रहने वाले तबरेज़ ने इस साल 3 माह की रिसर्च के बाद 16 मार्च को दावा किया था कि मोबिक्विक को आनलाईन शॉपिगं वेबसाइटस् से भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है। फिर उन्होंने कम्पनी के अधिकारियों से सम्पर्क किया और उचित सत्यापन के बाद उन्हें कम्पनी के सी ई ओ से सराहना मिली। निदेशक एन आर टी श्रीनगर प्रो. (डा.) राकेश सहगल ने कहा कि छात्र ने विभिन्न ई कॉमर्स प्लेटफार्मो के माध्यम से कम्पनी को आगे वित्तीय नुकसान से बचाने में मदद की है। उन्होंने इसे संस्था के लिए गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि यहां प्रतिभा कि कोई कमी नहीं है ।लेकिन छात्रों को अपने उच्च अध्ययन में पोषण और उत्कृष्टता प्राप्त करने तथा आगे बढ़ने के लिए जीवंत मंच की आवश्यकता है।

प्रो. सहगल ने भी तबरेज़ को पढाई में कड़ी मेहनत करने और भविष्य में एन आई टी श्रीनगर को देश में और अधिक गौरवान्वित करने के लिए प्रोत्साहित किया। संस्था के रजिस्ट्रार प्रो. सैयद कैसर बुख़ारी ने बग का पता लगाने में तबरेज़ के प्रयासों की सराहना की और उनसे आई टी क्षेत्र में तेज़ी लाने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि परिसर में छात्रों का समर्थन करने के लिए हमने अनुसंधान की अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की हैं, और हम भविष्य में अपनी गतिविधियों का विस्तार करना जारी रखेंगे। हम हमेशा अपने छात्रों के लिए खड़े रहेंगे। 

अपने संदेश में तबरेज़ ने निदेशक एन आई टी श्रीनगर, रजिस्ट्रार और संकाय सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने पूरी प्रक्रिया के दौरान उनका समर्थन किया। तबरेज़ ने आगे कहा कि मैं ख़ासकर अपने माता पिता भी शुक्रगुज़ार हूँ कि उन्होंने मेरे लिए प्रार्थना की और मेरा समर्थन किया। 

बग की पहचान के बाद तबरेज़ ने मोबिक्विक कम्पनी को इसके बारे में सूचित किया। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बग था। क्योंकि इससे कम्पनी को करोड़ो का वित्तीय नुकसान हो सकता था। 

तबरेज़ ने बताया कि मेरे दावों के सत्यापन और प्रमाणिकता के बाद मोबिक्विक एप के सह संस्थापक और सी ई ओ विपिन प्रित सिंह ने मुझे कम्पनी से एक लाख नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र प्रदान किया। 

निदेशक, कुलसचिव ने आई टी छात्र तबरेज़ को संस्थान को गौरवान्वित करने पर बधाई दी।

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